Friday, May 17, 2013

अडरवर्ल्ड के अदर क्या है ? [ what is the reality of underworld ]

                    अडरवर्ल्ड के अदर क्या है ?

हमारे देश में जिस तरह ‘चोली के अंदर क्या है ? गीत ने धूम मचायी थी,
उसी तरह फिल्मी दुनिया के कारण अंडर वर्ल्ड की चर्चा जोरों पर हैं और लोग ये
जानने को उत्सुक हैं कि ‘‘अंडर वर्ल्ड क्या है ?‘‘

अंडर वर्ल्ड कोई जमीन के अंदर घुसी दुनिया नहीं है, बल्कि जमीन के ऊपर
भगवान की तरह न दिखने वाली, परन्तु कार्य करने वाली मनुष्यों की दुनिया है,
जिसे हम देख नहीं सकते हैं, अनुभव कर सकते हैं। यह दुनिया बिजली के तार कीतरह है, जिसे छूने पर करेंट आता है और उसमें उलझने वाले मौत की गोद सो
जाता है।

अंडर वर्ल्ड एक सामानान्तर संस्था है, जो देश की चुनी हुई सरकार के
सामानांतर गैर-कानूनी, अवैध ढंग से आतंक, बलवे, मारपीट आदि असामाजिक
बुराईयों को बढावा देकर अपना प्रभुत्व उत्पन्न करती है। लोगों को डरा-धमकाकर
अपनी मर्जी के अनुसार कार्य करने के लिए बाध्य करती हैं। इसकी आमदनी
लाखों-करोडों में नहीं अरबों रूपये वार्षिक होती है। और इनकी सब जगह बराबर
की पकड रहती है। सरकार के आदमी भी इनकी धमकी, लोभ, लालच, भय से
इनका काम करते हैं और कई लोगों को खरीदकर ये अपना काम करवाते हैं तथा
बडे-बडे लोगों को मारने की करोडों रूपये की सुपारी लेते है।

अंडर वर्ल्ड के कारण ही देश में सबसे अधिक काला धन व्याप्त है और
अंडर वर्ल्ड से देश के बडे उद्योगपतियांे, फिल्मी कलाकारों, नेताओं, क्रिकेटरों,
सरकारी आला-अफसरों से संबंध होने के कारण इन लोगों के पास भी बडी मात्रा
मंे काला धन है, जिसका कोई हिसाब नहीं है। देश में जितना एक नंबर का धन
दिखता है, उससे दुगना धन जमीन के अंदर रहस्य के पर्दे में बिना हिसाब के कालेपर्दे के पीछे छिपा हुआ है और जो अंडरवर्ल्ड की ही देन है।

ये देश के बडे-बडे नेताओं, भूमि-पतियों, उद्यमियों धन कुबरो के साथ गले
से गले मिलाकर चलते हैं और ये लोग चुनाव में उनकी तरफ से खर्च करते हैं, बूथ
केप्चरिंग करते हैं, फर्जी वोट डलवाते हैं, मतपेटियां लूटते हैं, गोला-बारूद-बंदूक
चलाकर विरोधी नेताओं की हत्या करते हैं अंडर वर्ल्ड के लोग चुनाव में अपने
हिमायती नेताओं की तरफ से करोडों रूपये खर्च करते हैं, जिसके बदले में चुनाव
जीतने के बाद उन्हें राजनीति संरक्षण प्रदान किया जाता है, जिसके साये में रहकरवे लोग अपना धंधा खुलेआम करते हैं प्रशासन भी नेताओं के संरक्षण के कारण इनपर हाथ नहीं डाल पाता है। जो अधिकारी भूल से इन सरगनाओं से उलझते हैं,उनका देश के नक्शें में नजर न आने वाले, दूर कोने में या नक्सलाइट, डकैत ,दंगाग्रस्त क्षेत्रों में जहां जीवन गोलियों के साये में गुजरता है, स्थानांतरण करदिया जाता है।

हमारी फिल्मी दुनिया में जहां कराडों रूपयों में फिल्मंे बनती हैं और फिल्मी
दुनिया वाले भी एक फिल्म पर करोडों रूपये कमाते हैं, ऐसे व्यापार मेें अंडर वर्ल्डवाले कभी दूर नहीं रह सकते हैं और फिल्मी दुनिया में सबसे जयादा शिंकजा अंडरवर्ल्ड का कसा हुआ हैं। अनेक अंडरवर्ल्ड महारथियों के हमारी फिल्मी दुनिया कीनामी हस्तियों से संबंध जगजाहिर है और यह स्पष्ट हेै कि फिल्मी दुनिया वालों काअंडरवर्ल्ड वालों से गहरा रिश्ता , संबंध और व्यवहार है तथा अंडर वर्ल्ड की घ्ाुसपैट फिल्मी दुनिया से बहुत गहरी है।

मैच फिक्सिंग के मामले में भी यह बात सामने आयी है कि कई क्रिकेटरों के
संबंध अंडर वर्ल्ड की दुनिया के बेताज बादशाह से थे और उनके इशारे पर मैच
फिक्सिंग की जाती थी तथा मैच फिक्सिंग करने वाले कई बुकी, सटोरिये आदि केतार अंडर वर्ल्ड से जुडे हुए थे और अंडर वर्ल्ड के प्रभाव में ही मैच फिक्सिंग कीगई थी जिसका प्रभाव भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट पर सर्वाधित पडा।
अंडर वर्ल्ड वालों की सुरक्षा विभाग में भी गहरी सांठ-गांठ है। इनसे संबंध
रखने वाले अधिकारी रातों रात लखपति बन जाते हैं और इनके प्रभाव में आकर
रिश्वतखोरी के जाल में कई अधिकारी फंस जाते हैं तथा राजनीतिक संरक्षण के
कारण इन पर पुलिस का शिंकजा प्रायः ढीला पड जाता है और यह वारदात करनेके बाद पुलिस की पहुंच से बहुत दूर निकल जाते हैं, तब इनका नाम जग जाहिरहो पाता है।


हमारे देश में कई औद्योगिक और व्यावसायिक संगठनों के संबंध भी
अंडरवर्ल्ड से बताये गये हैं, जो इनकी धमकियों, और भयवश इनका साथ देते हैं।
हमारे देश में प्रशासन इतना पंगु है कि बडे धनपतियों को अपनी जान बचाने के
लिए ‘‘प्रोटेक्शन मनी‘‘ देनी पडती है, क्योंकि हमारे देश में सुरक्षा व्यवस्था इतनी
कारगर नहीं है कि अंडर वर्ल्ड की धमकी मिलने के बाद किसी को मरने से बचायाजा सके। इसके कई प्रत्यक्ष उदाहरण गुलशन कुमार, मुकेश दुग्गल आदि के रूप् मेंदेखने को मिल सकते हैं।

अंडरवर्ल्ड का सर्वाधिक प्रभाव महानगरों पर है और मुम्बई इसका केन्द्र है।
इसी कारण महाराष्टं सरकार ने संगठित अपराध, सिंडीकेट को समाप्त करने के
लिए महाराष्टं संगठित अपराध निवारण कानून 1, मकोका 1, बनाया है, जिसके तहतकई लोग गिरफ्तार किये गये हैं और खोजी संस्था के द्वारा खोजबीन करने पर,लोगों के फोन टेप करने पर कई फिल्मी हस्तियों, राजनेताओं और क्रिकेटरों सेअंडरवर्ल्ड के संबंध जगजाहिर हुए हैं।

इस प्रकार स्पष्ट है कि अंडरवर्ल्ड की दुनिया रूपयो-पैसों की वह
जगमगाती दुनिया है जो उद्यापन, डकैती, लूट, चोरी, धमकी, ब्लेक मेलिंग,
छल-बल पर आधारित है। जहां पर आदमी की जिन्दगी की कीमत कुछ नहीं है
और चुटकी में चीटी की तरह ये लोग बाधक और कहना न मानने वालों को मसल
देते हैं। सुरक्षा व्यवस्था भी इनके आगे नाकाम है, इसलिए बडे-बडे लोग भी इस
दुनिया के सामने नतमस्तक हैं।

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